मेरे बारे में👀

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जी, मैं ‘आँखें’ हूँ।

मेरा असली नाम अर्पित हटीला है, और मेरी असली ज़िंदगी इस वेबसाइट से कहीं बड़ी है। लेकिन फ़िलहाल, हम अपने आप को सिर्फ़ ‘आँखें’ तक ही सीमित रखेंगे।

मैं लगभग दस सालों से लिखता आ रहा हूँ, अच्छा? शायद नहीं। लेकिन हाँ, कुछ न कुछ तो लिख ही देता हूँ। मेरी सारी भड़ास, शरारतें, मसखरी, खुशियाँ, नज़ाकत, अदाएँ और हक़ीक़त, सबकी शुरुआत शब्दों से होती है, और अंत भी शब्दों पर ही। मैं जो देखता हूँ, वही लिखता हूँ, चाहे वह मेरे भीतर हो या बाहर। इसीलिए जी, मैं ‘आँखें’ हूँ।

इस वेबसाइट पर आपको नाटक, कहानियाँ, लेख, कविताएँ, हर तरह की लिखावट मिलेगी। मैं कोशिश करता रहूँगा कि इसे और बेहतर बनाता रहूँ। आप चाहे जो पढ़ सकते हैं। उम्मीद रहेगी कि आपको मेरा काम पसंद आए। अगर आए तो मुझे कॉन्टैक्ट करने से शर्माइएगा मत, मैं भी एक नादान बालक हूं 🙃।


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