मेरे बारे में👀

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जी, मैं आँखें हूं। वैसे तो मेरा नाम अर्पित हटीला है पर इस वेबसाइट के लिए हम आँखें तक ही सीमित रहेंगे। मैंने करीबन दस साल से लिख रहा हूं मगर अच्छा लिखना अभी-अभी शुरू किया 😅।

मैं कोई ‘प्रोफेशनल’ लेखक नहीं हूं और ऐसा आप मेरे काम से अनुमान लगा भी सकते हैं। यहां तक कि मैं हिंदी में कई गलतियां भी करता हूं, जो मेरी दीदी ठीक करके देती हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं अच्छा नहीं लिखता।

मेरी उम्र बीस साल की है और इन सालों में मैंने हजारों चीजें ट्राई की हैं। अलग-अलग शौक, हॉबीज वगैरह मेरे दिल में आते-जाते रहते हैं। अगर कुछ ऐसा है जो टिका है तो वह है देखना। जी। मैं आसपास के लोगों को, चीजों को, बातों को, कुदरत को देखता रहता हूं। चाहे वह कोई भी तरीका हो—सुनना, छूना या सूंघना—मेरा मन उन्हें देखता है, उस पर आधारित एक ‘विजुअल’ बना देता है। यह कोई बड़ी बात नहीं है, हम सब ऐसा कहीं न कहीं करते हैं पर मेरे लिए यह प्रक्रिया, यह प्रोसेस बेशकीमती है। मेरी दुनिया, मेरा वजूद, मेरी समझ सब इससे जुड़ी है। इसलिए जी, मैं आँखें हूं।

आप चाहे जो पढ़ सकते हैं। उम्मीद रहेगी कि आपको मेरा काम पसंद आए। अगर आए तो मुझे कॉन्टैक्ट करने से शर्माइएगा मत, मैं भी एक नादान बालक हूं 🙃।


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